Darbhanga: जिले में अपराधी बेखौफ होकर घटना को अंजाम दे रहा है। रविवार को इसके निशाने पर पुलिस थाना ही आ गया। आधी रात को बेखौफ अंदाज में बदमाशों ने पुलिस थाने में ही आग लगा दी। इसमें बैरक का दरबाजा, फर्निचर, वर्तन और गैस चुल्हा जल गये। पुलिस ने मामले में एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही अन्य की तलाश जारी है। वहीं पूरे मामले की जांच की जा रही है।
मामले को लेकर पुलिस ने बतया कि दरभंगा जिल के मोरो थाना में रविवार रात करीब साढ़े 12 बजे कुछ असमाजिक तत्वों ने आग लगा दी। इसमें पुलिस पदाधिकारी और कर्मियों के रहने का बैरक का दरवाजा जल गया। साथ ही थाना के बगल में स्थित +2 हाई स्कूल बसुआरा के पीछे स्थित पुलिस बैरक में भी आग लगा दी, जिससे फर्निचर, खाना बनाने वाला वर्तन, गैस चुल्हा इत्यादि जल गये।
इस संबंध में मोरो थानाध्यक्ष ने वरीय पदाधिकारी एवं अगल-बगल के थानाध्यक्ष को सूचना दी। कुछ ही देर में अगल-बगल के थानाध्यक्ष अपने बल के साथ, अधोहस्ताक्षरी, पुलिस अधीक्षक (नगर), दरभंगा एवं प्रभारी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर सह पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय), दरभंगा भी घटनास्थल पर पहुंचे और घटना को नियंत्रण में लिये। इसके बाद वादी पु०अ०नि० सह थानाध्यक्ष प्रिया सिंह के फर्दबयान और थाना में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर थाना क्षेत्र के खपरपुरा निवासी नामजद अभियुक्त धर्मेन्द ठाकुर पिता टनटन ठाकुर और अरूण यादव पिता सीतराम यादव एवं अन्य अज्ञात के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी।
वहीं अग्रतर अनुसंधान के क्रम में थाना में लगे सीसीटीभी फुटेज का अवलोकन कर इस घटना में संलिप्त धर्मेन्द ठाकुर को घटना के करीब 4-5 घंटा के अंदर गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही उसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल, लाठी एवं माचिस आदि को बरामद किया गया है। गिरफ्तार अभियुक्त धर्मेन्द्र ठाकुर के खिलाफ विधिवत अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।
ये है पूरा मामला
मामले को लेकर पुलिस ने बताया कि धर्मेन्द ठाकुर तीन भाई हैं। धर्मेन्द एवं उसके छोटे भाई के बीच में विवाद हुआ था। इस पर छोटे भाई ने 112 नंबर पर फोन कर पुलिस को घटनास्थल पर बुलाया लिया। उस दौरान 112 नंबर पर कार्यरत पुलिस पदाधिकारी ने थाना जाकर शिकायत करने को कहा तो छोटा भाई थाने के लिए निकल गया। जब इसकी सूचना धर्मेन्द्र को मिली तो वह लाठी-डंडे के साथ छोटा भाई को खोजने लगा। इस बीच उसे अरूण यादव मिला और वह अपनी मोटर साइकिल पर बैठाकर धर्मेन्द्र को थाना लाया। यहां धर्मेन्द्र ने थाने के अंदर इधर-उधर खोजने लगा और थाने में रखे डिजल को छिड़कर माचिस से आग लगाने लगा। यह घटना सीसीटीवी में कैद हो गयी है।
वहीं घटना के समय तैनात थाना के ओडी पदाधिकारी एवं संतरी ने क्या कार्रवाई की इसकी विधिवत जांच करायी जा रही है। जांच के बाद ही अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी। वहीं अभियुक्त धर्मेन्द को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त एक डंडा, एक माचिस और एक मोटर साइकिल बरामद की गयी है। साथ ही धर्मेन्द और फरार अभियुक्तों का अपराधिक इतिहास पुलिस खंगाल रही है।